Quantum Computer Kya hai |
Hello दोस्तों आप सभी का हमारे blog technicalvkv स्वागत है तो तो आप सभी ने quantum computer के बारे में तो सुना ही होगा की Quantum कंप्यूटर क्या है और यह कैसे काम करता है यह किस तरह से Normal computer से अलग होता है आज के blog मैं हम इन्हीं सब चीजों के बारे में जानेंगे तो चलिए शुरू करते हैं।
Quantum computer क्या है?
आज कोई भी क्षेत्र हो चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो चाहे स्पेस साइंस हो सभी जगह पर कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है जब से कंप्यूटर बना है जब से उसका साइज छोटा होता चला जा रहा है साथ ही उसके कार्य करने की क्षमता और दुगनी गति से बढ़ती गई है आप सब ने यह चीज तो देखी होगी कि मोबाइल की चिप जो आज से 10 साल पहले जो केवल 1GB की हुआ करती थी वही चिप उतनी ही साइज में आज के समय में आपको 1TB की मिल रही है इससे हम यह अंदाजा लगा सकते हैं कि टेक्नोलॉजी कितनी तेजी से आगे बढ़ रही है।
कंप्यूटर में लगातार प्रगति देखने को मिल रही है इसी प्रगति के सम्मान एक और शोध चल रहा है जिसका नाम है quantum computer क्वांटम कंप्यूटर classic computer से बिल्कुल अलग होते हैं एक विकसित क्वांटम कंप्यूटर की क्षमता super computer से भी कहीं गुना ज्यादा होती है क्वांटम कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो quantum physics के आधारों और नियमों का इस्तेमाल कर data को store करता है क्वांटम कंप्यूटर बहुत ही कठिन कामों को चंद मिनटों में सफलतापूर्वक कर सकता है quantum computer को भविष्य का कंप्यूटर भी कह सकते हैं और इन्हीं कंप्यूटर्स को हम quantum computer के नाम से जानते हैं।
Quantum computer कैसे काम करता है?
quantum computer कैसे काम करते हैं यह जानने से पहले हम यह जान लेते हैं कि classic computer जो normal computer होते हैं। वह कैसे काम करते हैं क्लासिक कंप्यूटर में जो डाटा होता हे वह bits के रूप में होता है यानी कि 0 और 1 फॉर्म में होता है Binary numbers मैं होता है classic computer मैं इस्तेमाल होने वाली bit की value एक बार में दो ही हो सकती है या तो एक bit की value 1 होगी या 0 होगी आसान भाषा में समझे तो classic computers मैं bit की value एक समय एक ही होगी या तो 0 होगी या 1 होगी दोनों साथ कभी नहीं होगी।
अब हम बात करते हैं quantum computer की क्वांटम कंप्यूटर classic computer से बिल्कुल अलग होते हैं क्वांटम कंप्यूटर में Binary digit की जगह पर quantum digit का इस्तेमाल किया जाता है quantum digit को short फॉर्म मैं Q bit भी कहा जाता है Q bits की value एक ही बार में 0 और 1 से भी ज्यादा हो सकती है या तो 1 Q bit की value 1 होगी या 0 होगी या तो फिर 0 और 1 दोनों ही एक साथ होगी।
quantum computer कंप्यूटर chip के स्थान पर परमाणुओं Atom का प्रयोग कैलकुलेशन के लिए करता है science के अनुसार कोई भी Atom प्राकृतिक रूप से घूमता रहता है यह Atom जो spin होता है यह या तो ऊपर की तरह होता है या फिर नीचे की तरफ होता है यानी कि up and down किसी Atom का ऊपर जाने वाला spin 1 हो सकता है और नीचे जाने वाला spin 0 हो सकता है। लेकिन अगर Atom के spin का मापन किया जाए तो यह एक ही समय में ऊपर और नीचे दोनों तरफ हो सकता है इसलिए वैज्ञानिकों ने इसे Q bit का नाम दिया है जो एक बार में 0 और 1 दोनों ही value को Hold करके रख सकता है।
यही खूबी quantum computer को खास बनाती है। साथ इसकी क्षमता और speed भी दूसरे कंप्यूटर के मुकाबले ज्यादा होती है क्वांटम कंप्यूटर जटिल से जटिल कैलकुलेशन को भी बड़ी आसानी और तेजी से कर सकता है।
Quantum computer का भविष्य क्या है?
आज की 21वी सदी मैं quantum computer को लेकर लोगों की काफी सारी उम्मीदें हैं जब से यह कंप्यूटर अस्तित्व में आया है यह लगातार शक्तिशाली ही बनता चला जा रहा है इसलिए किसी को तेजी से कार्य करने वाला कंप्यूटर चाहिए तो किसी को शक्तिशाली कंप्यूटर चाहिए हालांकि इस बात का पता लगाना तो मुश्किल है की क्वांटम कंप्यूटर कब तक बनकर तैयार हो जाएगा क्योंकि क्वांटम कंप्यूटर के ऊपर अभी भी research चल रही है बहुत सी कंपनियां क्वांटम कंप्यूटर को और बेहतर बनाने में लगी हुई है एक बार क्वांटम कंप्यूटर बन गया तो यह किसी भी Task या Application को चंद सेकंड में खोल करके अपना काम करके हमें output दे देगा क्वांटम कंप्यूटर के ऊपर बहुत सारे विज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं जिससे इसे बनाने में काफी मदद मिल सकती है क्वांटम कंप्यूटर की क्षमता को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से इससे बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Google, IBM, INTEL जैसी बड़ी कंपनियां क्वांटम कंप्यूटर की दिशा में रिसर्च कर रही है भारत सरकार ने भी इसी दिशा में शोध को बढ़ावा देने के लिए Quantum information science and technology का गठन किया है क्वांटम कंप्यूटर का क्षेत्र जितना ज्यादा जरूरी है उसकी की तुलना में इस क्षेत्र में कुशल लोगों की संख्या बहुत कम है एक अनुमान के मुताबिक दुनिया भर में 1000 से भी कम लोग ऐसे हैं जो क्वांटम कंप्यूटिंग में रिसर्च कर रहे हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि क्वांटम कंप्यूटर शनि की के जरिए Health care, communication, artificial intelligence, defence science, agriculture जैसे क्षेत्र में बहुत से लव लाने की काबिलियत रखता है।
Normal computer से कैसे अलग है quantum computer
normal computer मैं कैलकुलेशन के लिए बीट का इस्तेमाल किया जाता है जिसमें data को 0 और 1 की फॉर्म में रखा जाता है यानी कि Binary numbers मैं बायनरी नंबर का प्रयोग machine language (मशीनी भाषा) मैं प्रोग्राम लिखने के लिए होता है जिसकी केवल दो value होती है 0 और 1 क्योंकि कंप्यूटर Binary digit कोही समझता है 0 और 1 को और कंप्यूटर का सर्किट बायनरी संख्या को पहचान लेता है और इससे विद्युत संकेत (Electric signals) मैं परिवर्तित कर लेता है।
कोई भी software computer मैं run ने के लिए तैयार किया जाता है से कंप्यूटर में लोड करने के बाद प्रोसेसर उसे फिर machine language मैं convert करता है इसे computer उस प्रोग्राम को समझकर task पूरा करता है।
अब बात करते हैं क्वांटम कंप्यूटर की quantum computer मैं बायनरी संख्या की जगह पर Q bit का इस्तेमाल होता है quantum computer मैं quantum computing का इस्तेमाल किया जाता है जो quantum physics पर आधारित है क्वांटम कंप्यूटर में जिन Q bit का उपयोग होता है उनके अंदर इतनी मात्रा में उर्जा भरी होती है इसे कुशल बनाने के लिए ज्यादातर Q bits को 0 के तापमान में ठंडा करके रखा जाता है जो कि अंतरिक्ष के तापमान से भी ठंडा हो जाता है अगर इन Q bit का तापमान शून्य से भी कम नहीं हुआ तो यह काम करने की स्थिति में नहीं होती है इसलिए क्वांटम कंप्यूटिंग में प्रोग्रामिंग का काम थोड़ा अलग तरह से होता है यह कुछ बातें हैं जो quantum computer को normal computer से अलग बनाती है।
तो दोस्तों आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी quantum computer क्या है और यह कैसे काम करता है कैसी लगी आप सभी हमें comment करके जरूर बताएं।