हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे इस ब्लॉग में दोस्तों आज की इस ब्लॉग में हम आपको कंप्यूटर से जुड़ी जानकारी देने वाले हैं दोस्तों हमने कई बार देखा होगा कि जब हम कंप्यूटर पर इंटरनेट का यूज करते हैं या कोई एक्सटर्नल डिवाइस कहां है यूज करते हैं तो उसके बाद क्या होता है कि हमारा जो कंप्यूटर होता है उसकी जो परफॉर्मेंस होती है और डाउन हो जाती है या यूं कहें तो उसमें बहुत सारे virus आ जाते हैं कौन से वायरस हैं जो हमारे कंप्यूटर को इफेक्ट करते हैं आज इस पोस्ट में हम जानने वाले हैं अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगे तो प्लीज हमें कमेंट करके बताएं तो दोस्तों बिना टाइम्स शुरू करते हैं आज की पोस्ट
वायरस क्या होता है
दोस्तों virus कितने प्रकार के होते हैं यह जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर यह वायरस क्या चीज है तो दोस्तों वायरस वह प्रोग्राम है जो हमारे कंप्यूटर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है यह पर्सनल कंप्यूटर को नियंत्रित कर नकारात्मक विनाशकारी कार्यों को करवाते हैं और स्वता ही अपने आप को सिस्टम में कॉपी कर लेते हैं
वायरस कंप्यूटर के किन-किन हिस्सों को क्षति पहुंचा सकता है?
दोस्तों virus जो होता है वही तरह का प्रोग्राम होता है और वह कंप्यूटर के कई हिस्सों को क्षति पहुंचा सकता है जैसे boot ब्लॉक , सिस्टम एरिया, ऑपरेटिंग सिस्टम , फाइल्स और अन्य कई तरह के होती है उनको यह क्षति पहुंचा सकता है
यह वायरस फाइल में होता है और जब उस फ़ाइल का उपयोग किया जाता है तब यह वायरस स्वयं को ओपन कर लेता है यह वायरस केवल उन्हीं फाइल को क्षति पहुंचाता है जिनके फोल्डर autoexec.bat फाइल पात वाले होते हैं
exp. Vienna virus
Overwrite virus
यह वायरस संक्रमित फाइलें जो होती है उनमें जो डाटा और इंफॉर्मेशन होती है उनको डिलीट कर देता है
exp. way , trivial. 88-D
Boot sector virus
स्कोर मास्टर बूट सेक्टर वायरस या मास्टर बूट रिकॉर्ड वायरस भी कहा जाता है यह कंप्यूटर के बूट सब होने पर फैलता है क्योंकि यह वायरस हार्ड डिक्स या फ्लॉपी डिस्क के मास्टर बूट रिकॉर्ड के बूट सेक्टर में होता है
exp. – AnticiExe , parity boot आदि |
Macro virus
यह वायरस केवल उन्हीं एप्लीकेशन या प्रोग्रामों को क्षति पहुंचाता है जिनमें .doc .xls .pps आदि मेक रोज होते हैं
exp. – Melissa.A , DMV आदि
File system virus
यह वायरस किसी भी फाइल के डायरेक्टरी पथ को बदलकर मेमोरी सिस्टम में गड़बड़ी कर देता है इससे कलस्टर वायरस के नाम से भी जाना जाता है और इसे डायरेक्टरी वायरस भी कहा जाता है
exp. – Dir-2 virus आदि
Polymorphic virus
दोस्तों इस वायरस की खास बात यह है कि यह जब भी सिस्टम को क्षति पहुंचाता है तो अपने आप को प्रत्येक बार एन कोड या इंक्रिप्ट करता है इस प्रकार वायरस की कहीं ज्यादा से ज्यादा कॉपियां ऑटोमेटिक तैयार हो जाती है
exp. – ELKern , Tuareg आदि
Fat virus
यह वायरस कंप्यूटर की फाइलों की लोकेशन उनके स्थान के बारे में सभी प्रकार की इंफॉर्मेशन को सेव करने के लिए प्रयोग होता है
exp. – लिंक वायरस आदि
Web scripting virus
कई वेबसाइटों में रोचक सूचियों को डालने के लिए एक हार्ड था कठिन कोड का यूज़ होता है यह वायरस उसी कोट्स को क्षति पहुंचाता है exp. – JS. Fornight आदि
Multipartite virus
यह वायरस कई तरीकों से फैलता है इसका एग्जांपल यह है कि ऑपरेटिंग सिस्टम को इंस्टॉल करने पर वायरस का फैलना है
exp. – Flip , Invader आदि
Resident virus
यह वायरस अपने आप को कंप्यूटर सिस्टम की मेमोरी में स्थिर कर लेता है और ऑपरेटिंग सिस्टम के चलने पर यह एक्टिव हो जाता है और खोले जाने वाली सभी फाइलों को यह वायरस प्रभावित करता है यह रैम में छुपा हुआ होता है तथा malicious कोड के निष्पादन के बाद वही रहता है
exp. – Randex, Meve आदि
Worms
वंश एक ऐसा मालवेयर प्रोग्राम है जो दूसरे कंप्यूटर में अपने आप को फैलाने के लिए कॉपी करता है वह उसको ढूंढ पाना बहुत ही कठिन है क्योंकि यह अदृश्य फाइलों के रूप में होते हैं यह कंप्यूटर नेटवर्क में बैंडविथ को नष्ट करके क्षति पहुंचाते हैं
exp. – Bagle , I love you , Nimda , Morris आदि
Trojan virus
ट्रोजन वायरस या यूं कहें तो टार्जन हॉर्स एक प्रकार का नॉनसेल्फ रिप्लिकेटिंग मालवेयर है जो किसी भी इच्छित कार्य को पूरा करते हुए प्रतीत होता है परंतु यह यूजर के कंप्यूटर सिस्टम पर अनाधिकृत उपयोग की सुविधा देता है यह कंप्यूटर वायरस की भांति अपने आप को दूसरी फाइलों में सम्मिलित करने का प्रयास नहीं करता है यह सॉफ्टवेयर इंटरनेट चले थे एप्लीकेशन ओं द्वारा टारगेट कंप्यूटर ओं तक पहुंच सकते हैं
exp. – Beast,Sub 7 zeus , Zero Access Rootkit आदि
Spyware
स्पाइवेयर यह एक तरह का प्रोग्राम होता है जो किसी भी कंप्यूटर सिस्टम में इनस्टॉल होता है जोकि सिस्टम के यूजर की सभी गतिविधियों की निगरानी रखता है और गलत तरीके से आगे प्रयोग होने वाली सभी सूचनाओं को एकत्रित करता रहता है इनका प्रयोग कानूनी या गैरकानूनी उद्देश्य के लिए होता है स्पाइवेयर व्यक्तिगत सूचनाओं को दूसरे व्यक्ति के कंप्यूटर पर इंटरनेट के माध्यम से संचालित कर सकते हैं
exp. – cool web search,zango,keyloggers, zlob Trojan आदि
वायरस के नकारात्मक प्रभाव-
उपयोगकर्ता के कार्य की निगरानी करना
कंप्यूटरों की दक्षता को कम करना
किसी सेटिंग को बार-बार बदलना
बूट टाइम को बढ़ाना या घटाना
मेमोरी के आकार को बढ़ाना या घटाना
कंप्यूटर नेटवर्क्स या इंटरनेट कनेक्शन को प्रभावित करना
दोस्तों आपने इस पोस्ट में जाना कि वायरस क्या होता है वायरस कितने प्रकार के होते हैं और वह वायरस हमारे कंप्यूटर पर किस प्रकार क्षति पहुंचाते हैं और हमारे कंप्यूटर पर वायरस के नकारात्मक प्रभाव क्या पढ़ते हैं तो दोस्तों हमारे द्वारा दी गई आपको यह सामान्य जानकारी कैसी लगी अगर अच्छी लगी हो तो हमें कमेंट करके बताएं और अगर इसमें किसी प्रकार की कोई भी त्रुटि हो तो भी हमें कमेंट करें ताकि आगे हम इसमें सुधार कर पाएं हमारी पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।